जेल में रहेंगे, या मिलेगी जमानत? आशीष मिश्रा समेत तीन की जमानत अर्जी पर आज होगी सुनवाई
जेल में रहेंगे, या मिलेगी जमानत? आशीष मिश्रा समेत तीन की जमानत अर्जी पर आज होगी सुनवाई
तिकुनिया कांड में सोमवार का दिन अहम है। एक ओर सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सुनवाई करेगा तो दूसरी ओर जिला एवं सत्र न्यायालय में मंत्री पुत्र समेत तीन की जमानत अर्जी पर सुनवाई होगी। इस अर्जी पर दो बार तारीखें मिल चुकी हैं। सबकी निगाहें सोमवार को होने वाली सुनवाई पर टिकी है। तिकुनिया कांड में हुई किसानों की मौत के मामले में मुख्य आरोपी मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा, सह आरोपी आशीष पांडे, लवकुश राना की जमानत अर्जी पर सोमवार को सुनवाई लगी है।
पिछली बार तीन नवंबर को सुनवाई टल गई थी। एक अधिवक्ता का निधन हो जाने के कारण अधिवक्ता संघ का शोक प्रस्ताव था। इस वजह से सुनवाई नहीं हो सकी थी और तारीख 15 नवंबर तय की गई थी। इससे पहले केस डायरी न आने पर 28 अक्तूबर को भी जमानत टल चुकी है। अदालत ने विवेचक से मामले की केस डायरी, फोरेंसिक जांच रिपोर्ट, अपराधिक रिकार्ड समेत सभी दस्तावेजों के साथ सोमवार को बुलाया है। दोनों पक्ष के अधिवक्ता इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि अभियोजन की तैयारी पूरी है।
अदालत सोमवार को बचाव पक्ष की ओर से दी गई जमानत अर्जी पर सुनवाई करेगी। उन्होंने बताया कि सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार हैं, जिनको अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उधर किसान मोर्चा ने भी वकीलों का एक पैनल गठित किया है। इस पैनल में मो. ख्वाजा, हरजीत सिंह, सुरेंद्र कुमार आदि अधिवक्ता शामिल हैं। इस पैनल ने भी जिला शासकीय अधिवक्ता को इस मुकदमे में पैरवी करने को लेकर पत्र दिया है। बचाव पक्ष ने भी सोमवार की सुनवाई के लिए तैयारी कर ली है। बचाव पक्ष की ओर से तीनों आरोपियों के अलग-अलग अधिवक्ताओं का पैनल रहेगा।
मंत्री के बेटे आशीष के मोबाइल की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी आई
लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा के मोबाइल की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी एसआईटी को मिल गई है। लैब में से तमाम डाटा रिकवर हो गया है। पुलिस जांच कमेटी रिपोर्ट का अध्ययन करने में जुटी हुई है। पुलिस जांच कमेटी को आशीष के मोबाइल में क्या डाटा मिला है, इसके बारे में अफसर बताने से बच रहे हैं। लखीमपुर हिंसा के पहले मुकदमे में पुलिस ने नौ अक्तूबर को मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा को जेल भेजा था। उस समय आशीष के पास से उनका मोबाइल बरामद किया था।
मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए त्रिवेंद्रम की लैब भेजा गया था। जिससे पता चल सके कि मोबाइल से कोई डाटा डिलीट किया गया है या नहीं। अगर डाटा डिलीट किया गया हो तो उसको रिकवर किया जा सके। करीब एक महीने बाद आशीष के मोबाइल की लैब से फॉरेंसिक रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट जांच कमेटी को मिल चुकी है। बताया जा रहा है कि टीम रिपोर्ट का अध्ययन करने में जुटी हुई है। लेकिन अभी तक अफसर यह बताने से बच रहे हैं कि आशीष के मोबाइल से उनको क्या डाटा मिला है।